संयम स्वर्ण महोत्सव के अंतिम दिन अचार्य विद्यासागर महाराज का पूजन किया
फिरोजपुर, 17 जुलाई Manish Bawa
संयम स्वर्ण महोत्सव के अंतिम दिन जैन युवा मिलन द्वारा मंगलवार को प्रात: मन्दि में पूजन, अभिषेक व शांतिधारा के बाद नित्य पूजन व अचार्य विद्यासागर महाराज का पूजन किया गया। तरूण जैन, शशांक, कृष्ण, राहुल, हर्ष, अंकुश, आशीष ने बताया कि अष्टद्रव्यो की थालियो को विभिन्न तरह के सूखे फलो, चावलो व सूखे नारियल से सजाया गया और नृत्य करते हुए भगवान को समर्पित की गई। ब्रहृचारिणी नीतिका दीदी ने कहा कि इंसान के जीवन में गुरू का होना बहुत जरूरी है, क्योंकि सच्चा गुरू ही इंसान को तीन लोक के नाथ के चरणो में पहुंचने का रास्ता दिखाता है। उन्होनें बताया कि आज के दिन जैन धर्म के बड़े अचार्य विद्यासागर जी को दीक्षा लिए 50 वर्ष पूरे हो गए है। श्रद्धालूओ ने भगवान के समवशरण में चांदी के छत्र चढ़ाएं। पूरा मन्दिर पंडाल भगवान महावीर के जयकारो से गूंज उठा। ब्रहृचारी संजय भैया, नीतिका व नरिन्द्र के सान्निध्य में आयोजित इस कार्यक्रम में युवाओ व महिलाओ ने काफी संख्या में हिस्सा लिया और भगवान की संगीतमय पूजा की। वहीं बस्ती टैंकावाली के नशिया जी मन्दिर में विद्या तरू विद्या वाटिका अभियान के तहत पौधा रोपण अभियान चलाया गया। ओशिन व राहुल ने बताया कि श्रद्धालूओ द्वारा गुरूदेव के नाम पर 50 पौधे लगाएं गए।