ब्रिटिश सैन्य अधिकारियों ने किया दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल का दौरा
सीमावर्ती जिले में शिक्षा का प्रसार-प्रचार में डीसीएम ग्रुप का अहम योगदा: ब्रिगेडियर नवदीप माथुर
ब्रिटिश सैन्य अधिकारियों ने किया दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल का दौरा
-सारागढ़ी युद्ध से मिलती है साहस, अनुशासन, आत्मसंयम की प्रेरणा: सैलिया जेन-
-सीमावर्ती जिले में शिक्षा का प्रसार-प्रचार में डीसीएम ग्रुप का अहम योगदा: ब्रिगेडियर नवदीप माथुर-
फिरोजपुर, 12 दिसम्बर, 2019
सीमावर्ती जिले में विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल में वीरवार को ब्रिटिश आर्मी डैलीगेटस ने विजिट किया। प्रिंसिपल रानी पौदार ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा तिलक लगाकर सभी ब्रिटिश ऑफिसर्स का स्वागत किया गया और ब्राऊनियन पंच बैंड की टीम द्वारा मधुर धुनों के माध्यम से सैन्य अधिकारियों का मन मोहा। ब्रिटिश अधिकारियों में ब्रिगेडियर सेलिया जेन, कर्नल जोहन रिचर्ड कैंडाल, कैप्टन बिकरटन, कैप्टन जगजीत सिंह सोहल, वारंट अधिकारी अशोक कुमार चौहान, लैफ्टिनैंट कर्नल निक वूड शामिल थे। इसके अतिरिक्त उनके साथ सारागढ़ी फाऊंडेशन के चैयरमेन गुरिन्द्रपाल सिंह जोसन, ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह काहलो सहित अन्य सदस्यगण मौजूद थे।
इस मौके पर दसवीं कक्षा की छात्रा अनहद द्वारा सारागढ़ी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए अधिकारियों को सिख सिपाहियों की बहादुरी के बारे में बताया। ब्रिगेडियर सेलिया जेन ने सम्बोधित करते हुए कहा कि वाकई सारागढ़ी का इतिहास अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि साहस, अनुशासन, आत्मसंयम की जो उदाहरण इस युद्ध से मिलती है, वह विश्व इतिहास में कहीं ओर उदाहरण नहीं मिलती।
उन्होंने स्कूल की बिल्डिंग का दौरा किया और विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए उनके प्रश्नों के उत्तर दिएं। ब्रिगेडियर सेलिया जेन ने कहा कि अंर्तराष्ट्रीय सीमा से महज कुछ दूरी पर स्थित दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल में विश्वस्तरीय सुविधाएं विद्यार्थियों को मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि स्कूल का इंफ्रस्ट्रक्चर, उच्च स्तरीय शिक्षा जिसमें विदेशी भाषाओं का ज्ञान जो विद्यार्थियों को मुहैया करवाई जा रहा है, वह वाकई तारीफ के काबिल है।
डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के डॉयरैक्टर एडमिन ब्रिगेडियर नवदीप माथुर-रिटायर्ड- ने ब्रिटिश अधिकारियों को को डीसीएम ग्रुप के इतिहास के बारे में परिचित करवाया और ग्रुप द्वारा शिक्षा के अलावा खेलो व अन्य क्षेत्र में जो योगदान डाला जा रहा है उसके बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में विश्वस्तरीय शिक्षा सुविधाएं मुहैया करवाना एक चुनौती थी, जिसे डीसीएम ग्रुप ने स्वीकर किया और विश्व के मानचित्र पर इस जिले का नाम चमकाया। उन्होंने ब्रिटिश अधिकारियों को सम्मानि चिन्ह् देकर सम्मानित किया।
यहां यह वर्णनीय है कि वर्ष 2017 में भी सारागढ़ी दिवस पर ब्रिटिश आर्मी के उच्चाधिकारियों ने दास एंड ब्राऊन स्कूल का दौरा किया था। इस अवसर पर वीपी एडमिन मनजीत सिंह ढिल्लों, डा: सैलिन, शिखा, रूचि सहित अन्य उपस्थित थे।