अटल टिंकरिंग लैब में डीसीएम के विद्यार्थियों ने किया यूवी फ्लोर सैनेटाइज रोबोट का अविष्कार
यूवी लाइटस के माध्यम से होगा वॉयरस का खात्मा
अटल टिंकरिंग लैब में डीसीएम के विद्यार्थियों ने किया यूवी फ्लोर सैनेटाइज रोबोट का अविष्कार
-यूवी लाइटस के माध्यम से होगा वॉयरस का खात्मा-
-नीति आयोग ने स्कूल को दिया स्टॉर एटीएल का अवॉर्ड दिया, 400 विद्यार्थियों को मुहैया करवाया नि:शुल्क एक्सैस टू द ऑनलाइन ट्रेनिंग सैशन –
फिरोजपुर, 27 अगस्त, 2020
कोविड-19 प्रभावित क्षेत्रों में कोरोना वॉयरस, कीटाणुओ व बैक्टीरिया के खात्मे के लिए डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स के विद्यार्थियों ने यूवी फ्लोर सैनेटाइज रोबोट का अविष्कार किया है, जोकि प्रभावित क्षेत्रो में जाकर यूवी लाइट के माध्य से वायरस को खत्म करने में सहायता प्रदान करेगा।
दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल की अटल टिंकरिंग लैब में यूवी फ्लोर सैनेटाइज रोबोट का डैैमो किया गया। ग्रुप के असिस्टैंट सीईओ डा. गोपन गोपाला कृष्णन ने बताया कि उनके द्वारा विद्यार्थियों के मध्य ब्रेनस स्ट्रोमिंग सैशन किया जाता है और बच्चों द्वारा सामाजिक बुराईयों को दूर करने तथा अन्य अविष्कार करने के लिए रिसर्च के अलावा अपनी सोच को सांझा किया जाता है। उन्होंने कहा कि उसी बीच बच्चों ने आइडिया दिया कि क्यों ना कोरोना वॉयरस के खात्मे के लिए रोबोट का निर्माण किया जाएं, जोकि ऑटोमैटिक ढंग से यूवी की मदद से सैनेटाइज करेगा। इस रोबोट को तैयार करने में करीब 28 दिन का समय लगा है और इसमें यूवी लार्ईटस, सैंसर, माइक्रो कंट्रोलर के अलावा मोर्टस लगा रखी है। ये रोबोट पूरी तरह से ऑटोमैटिड है और इसमें यूवी लाईटस को फ्लोर पर लगा रखा है ताकि मानव शरीर पर इसका दुष्प्रभाव ना पड़ सके। डा. गोपन ने बताया कि अगर इस रोबोट का पैटेंट के लिए अप्लाई किया जा चुका है, जोकि स्कूल के इतिहास में पहली बार हुआ है।
एटीएल मैंटर साहिल अरोड़ा ने कहा कि डीसीएम ग्रुप ऑफ स्कूल्स की एटीएल लैब भारत की 10 सर्वश्रेष्ठ लैब में शामिल है और डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल पिछलें पांच माह से लगातार देश की प्रमुख अटल टिंकरिंग लैब वाले स्कूलों में एटीएल ऑफ द मंथ घोषित होता आ रहा है। चीफ मैंटर साहिल अरोड़ा को नीति आयोग व अटल इनोवेशन मिशन द्वारा देश के पहले 5 बेस्ट मैंटर में शामिल किया गया है, जोकि सीमावर्ती जिले के लिए गर्व का विषय है। इनमें दास एंड ब्राऊन वल्र्ड स्कूल तथा डीसीएम इंटरनैशनल स्कूल भी शामिल है, जिनमें अटल टिंकरिंग लैब में विद्यार्थी आएं दिन अविष्कार कर रहे है।
यहां की एटीएल इनोवेशन लैब में 3डी प्रिंटर का इस्तेमाल करके कम कीमत वाला ऑटोमैटिड डिस्पैंसर का निर्माण किया जा चुका है, जोकि सोलर एनर्जी से भी इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं छात्रा मिताली कटारिया द्वारा आर्टीफिशियल इंटैलीजेंस के माध्यम से मोबाइल एप्लीकेशन का निर्माण किया है, जिसके माध्यम से यह कोविड को कम्यूनिटी सप्रैड होने से बचाया जा सकेगा।
सीनियर कार्यकारी साइंस एवं टैक्नोलॉजी हिताया ने कहा कि स्कूल में विद्यार्थी आएं दिन नएं-नएं अविष्कार कर रहे है। उन्होंने कहा कि सीबीएसई साइंस प्रदर्शनी में राष्ट्रीय स्तर पर डीसीएम के विद्यार्थियों का दो बार चयन होनें के अलावा वाइब्रेंट गुजरात स्टार्टअप एंड टैक्नोलॉजी शिखर सम्मेलनन और नोबेल प्राइज सीरिज इंडिया द्वारा आयोजित गोवा सम्मेलन में भी यहां के विद्यार्थी खूब जौहर दिखा चुके है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में नई दिल्ली में आयोजित नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से मिलकर भी विद्यार्थियों की टीम चर्चा कर चुकी है। उन्होंने बताया कि नौंवी कक्षा के विद्यार्थी हिमांशु गुप्ता द्वारा यूवी सटरलाइजर रोबोट का प्रोटोटाइप विकसित किया था, जोकि कोरोना संक्रमण क्षेत्र को संक्रमण रहित करने के लिए मानव बल को उलझाएं बिना कार्य करेगा। यह रोबोट भी वॉयरलैस होने के अलावा रिमोट के माध्यम से कंट्रोल होता है।
सीनियर कार्यकारी प्रोजैक्टस व एकैडमिक्स वसुधा बजाज ने बताया कि कोविड के दौरान स्कूल की एटीएल लैब में हजारो की संख्या में 3डी प्रिंंटर के माध्यम से फेस शील्ड बनाई जा चुकी है, जोकि कोरोना योद्धाओं को बांटी गई है। स्कूल की अटल टिंकरिंग लैब में कोविड-19 की इस घड़ी में संदिगधों को ट्रैक करने के लिए मोबाइल फोन अनुप्रयोगों और कम लागत वाले वेंटिलेटर पर कार्य निरंतर जारी है। विद्यार्थियों ने कई नई परियोजनाएं जैसे कि कार के लिए सीओ गैस डिटेक्टर, डायनैमिक स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम, कारों के लिए स्वचालित फ्रंट लाइट इत्यादि पर भी शोध की है।
नीति आयोग द्वारा बच्चों व अध्यापकों द्वारा सामाजिक कुरीतियों पर विज्ञान व तकनीक के माध्यम से बनाएं जा रहे मॉडल्स को देखते हुए डीसी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल को स्टॉर एटीएल का अवॉर्ड दिया गया है। इसके अंतर्गत अयोग द्वारा कैटल माइंड के सहयोग से 400 विद्यार्थियों को नि:शुल्क एक्सैस टू द ऑनलाइन ट्रेनिंग सैशन दिया है। इसके अलावा स्कूल के छात्रो को आईबीएम, एडोबी और अटल इंक्यूवेशन सैंटर में एक माह के लिए ऑनलाइन इंर्टनरशिप दी गई है। इसमें विद्यार्थी कोडिंग, स्टार्टअप और ग्राफिक्स के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
इतना ही नहीं एटीएल मैंटर साहिल अरोड़ा को नीति आयोग द्वारा रिजनल टीचर ऑफ द चेंज चयनित किया गया है। जोकि राज्य के अन्य एटीएल स्कूल्स में जाकर एटीएल लैब्स में इनोवेशन को कोआर्डीनेट करेंगे और वहां के विद्यार्थियों को नएं अविष्कारों के प्रति प्रेरित करेंगे